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Research
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Admission in Ph.D.
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विधि द्वारा स्थापित और यू0जी0सी0 से मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय, मानित विश्वविद्यालय अथवा निजी विश्वविद्यालय से मूल या संबद्ध विषय में आचार्य अथवा समकक्ष स्नातकोत्तर उपाधि न्यूनतम् 55 प्रतिशत अंकों के साथ प्राप्त की हो। विदेशी विश्वविद्यालयों से प्राप्त ऐसी स्नातकोत्तर उपाधि भी मान्य होगी, जिसे भारत में समकक्ष उपाधि माना गया है।
विद्यावारिधि (पी-एच.डी.) लिखित प्रवेश परीक्षा में वे छात्र भी सम्मिलित हो सकेंगे, जोे स्नातकोत्तर अन्तिम वर्ष में अध्ययनरत हैं या जिन्होंने स्नातकोत्तर की अन्तिम वर्ष की परीक्षा दी है, लेकिन उनका परिणाम साक्षात्कार के दिन तक घोषित नहीं हुआ है। ऐसे छात्रों के लिए विद्यावारिधि के साक्षात्कार से पूर्व अपनी अर्हता परीक्षा (आचार्य या स्नातकोत्तर में वांछित प्रतिशत के साथ) का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
1. आरक्षण
भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रावधान लागू होंगे। उत्तराखण्ड निवासी अनुसूचित जाति-जनजाति के आवेदकों को अर्हता के न्यूनतम अंकों में पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
2. विद्यावारिधि (पी-एच.डी.) प्रवेश की प्रक्रिया
विद्यावारिधि (पी-एच.डी.) हेतु अभ्यर्थी का चयन
I. विद्यावारिधि पी-एच.डी. प्रवेश परीक्षा (RET)
अथवा
II. सीधा प्रवेश (without appearing RET)
प्रवेश के लिये निम्न प्रक्रिया होगी
I. विद्यावारिधि (पी-एच.डी.) प्रवेश परीक्षा (RET): जो अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता पूर्ण करते है, वे प्रवेश परीक्षा देने के लिये पात्र हंै।
3. प्रवेश परीक्षा (RET) का स्वरुप
विद्यावारिधि (पी-एच.डी.) प्रवेश परीक्षा के लिए 200 अंकों का एक प्रश्न-पत्र होगा, जो दो खण्डों में विभक्त होगा। प्रश्नपत्र का प्रथम खण्ड (क) 100 अंकों का होगा, जिसमें 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न भाषा दक्षता, शोध-प्रविधि एवं सामान्य ज्ञान से सम्बन्धित होंगे। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होगा। प्रश्न पत्र के द्वितीय खण्ड (ख) में भी 50 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 02 अंकों का होगा, जो शोधार्थी के स्नातकोत्तर विषय से सम्बन्धित होगा। सामान्य वर्ग के परीक्षार्थी को उत्तीर्णता के लिए 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। अनुसूचित जाति, जनजाति एवं विकलांग वर्ग के आवेदक 45 प्रतिशत अंकों पर साक्षात्कार के लिये अर्ह माने जायेंगे।
नोटः
भाषा दक्षता के अन्तर्गत परम्परागत विषयों (साहित्य, व्याकरण, ज्योतिष) के लिए संस्कृत और व्यावसायिक एवं आधुनिक विषयों (योग विज्ञान, भाषा विज्ञान/ हिन्दी) में हिन्दी से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जाएंगे।
प्रश्न पत्र की भाषा संस्कृत/हिन्दी होगी। (परम्परागत विषयों के लिए संस्कृत तथा अन्य के लिये हिन्दी)
प्रथम खण्ड में 50 प्रतिशत अंक पाने वाले परीक्षार्थी द्वितीय खण्ड में भी 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर ही साक्षात्कार के लिए अर्ह घोषित किये जायेंगे। (अनुसूचित जाति, जनजाति एवं विकलांग वर्ग के लिए 45 प्रतिशत)।
प्रश्नपत्र के द्वितीय खण्ड के लिये वहीं पाठ्यक्रम निर्धारित होगा, जो सम्बन्धित स्नातकोत्तर विषयों में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित है। (पाठ्यक्रम पृष्ठभाग में संलग्न है)
II. सीधा प्रवेश (without appearing RET): जो अभ्यर्थी निम्न बिन्दुओं में से किसी एक को यदि पूर्ण करता है, तो वह अभ्यर्थी पी-एच.डी. में साक्षात्कार के लिये अर्ह हांेगे।
यू0जी0सी0 की जेआरएफ-नेट अथवा नेट/सेट (उत्तराखण्ड) परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी।
संबंधित विषय में एम0फिल्0 उपाधिधारक अभ्यर्थी। (जिन्होंने एम0फिल0 प्रवेश परीक्षा के द्वारा तथा कोर्स वर्क के साथ किया है और जिनका एम0फिल0 यू0जी0सी0 रेगुलेशन 2009 के प्राविधानों के अनुरुप प्रदान किया गया हो।)
नोटः
सीधे प्रवेश हेतु अर्ह अभ्यर्थी को प्रवेश परीक्षा से छूट प्रदान की जायेगी, लेकिन इनके लिए भी आवेदन पत्र भर कर साक्षात्कार में शामिल होना अनिवार्य होगा।
सेवारत अभ्यर्थियों को शोध उपाधि को पूर्ण करने के लिये यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्होंने अपने नियोक्ता से अनुमति (एन0ओ0सी0) प्राप्त कर ली है।
नेट जेआरएफ/नेट/सेट उत्तीर्ण आवेदकों को भी परीक्षा से पूर्व ही आवेदन पत्र प्रस्तुत करना होगा।
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Download Ph.D. Prospectus and Application Form (RET)2022-23 |
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